



चारधाम यात्रा के दौरान रात आठ बजे से यात्रा मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी
40 से अधिक स्पीड पर वाहन चलाने पर होगी सख्त कार्रवाई, कैमरे की नजर में स्पीड
श्रद्धालुओं को करना होगा आनलाइन पंजीकरण, कामर्शियल वाहनों को ग्रीन कार्ड जरूरी

चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हो चुका है। तकरीबन ढ़ाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पंजीकरण कराने की जानकारी मिली है। जाहिर है दो साल कारोना की मार से चारधाम यात्रा की ओर श्रद्धालुओं का रुख नहीं हुआ था। अबकी श्रद्धालुओं का आगमन गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही हो चुका है। इसी बीच, दुर्घटनाओं को कम करने के मकसद से राज्य सरकार ने सचिव परिवहन सहित संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जिसके तहत यह निर्णय लिया गया है कि तीर्थयात्रियों के वाहनों को सुबह पांच से रात आठ बजे तक ही आने-जाने दिया जाएगा।
सुबह पांच बजे से पहले वाहनों को चारधाम पर जाने की इजाजत नहीं होगी। इसी प्रकार रात आठ बजे के बाद भी यात्री वाहन चारधाम नहीं जा सकेंगे।
परिवहन मुख्यालय के निर्देश पर यात्रा मार्गों पर डामटा, तपोवन, कुठालगेट, ब्रह्मपुरी में स्थापित चेक पोस्टों पर कर्मचारियों की तैनाती के साथ वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी गई है। यदि कोई कामर्शिलय वाहन लेकर चारधाम यात्रा पर आ रहा है तो उसे ग्रीन कार्ड आरटीओ में जाकर बनवाना होगा। पंजीकरण सभी श्रद्धालुओं को पोर्टल पर आनलाइन करना होगा। यदि किन्हीं कारणों से आनलाइन पंजीकरण नहीं करा पा रहें तो यात्रा की शुरुआत से पहले हरिद्वार, ऋषिकेश सहित कुछ शहरों में बने काउंटर पर पंजीकरण करना होगा। आरटीओ का दावा है कि 40 से अधिक स्पीड से वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
वाहनों की गति पर नजर रखने के लिए ऋषिकेश से बदरीनाथ के बीच तीन स्थानों पर हाईवे पर इंटरसेप्टर तैनात किए गए हैं। पहला इंटरसेप्टर रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग के बीच, दूसरा रुद्रप्रयाग से बदरीनाथ धाम के बीच और तीसरा डामटा-यमुनोत्री हाईवे पर तैनात किया गया है।

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ ही साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं। साइबर ठग ने एक व्यक्ति से केदारनाथ के लिए हेली सेवा और होटल बुकिंग के नाम पर 57 हजार रुपये हड़प लिए हैं। नेहरू कालोनी थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
नेहरु कालोनी पुलिस के मुताबिक हिमाद्री एवेन्यू जोगीवाला रिंग रोड निवासी दीपक जोशी ने बताया कि 26 अप्रैल को उन्होंने अपने पूरे परिवार के लिए गूगल पर केदारनाथ की हेलीकाप्टर व होटल बुकिंग के लिए सर्च किया। उन्हें www.flytohigh.in का लिंक प्राप्त हुआ। वेबसाइट को पेज खोलने पर उन्होंने अपनी पूरी डिटेल भर दी। थोड़ी देर बाद उन्हें एक व्यक्ति ने फोन कर खुद को www.flytohigh.in कंपनी का कर्मचारी बताया और जानकारी मांगी। दीपक जोशी ने उन्हें पूरी जानकारी दे दी। साइबर ठग ने स्वजनों के आधार कार्ड नंबर की फोटो कापी मांगी और अपने खाते में टिकट व होटल बुकिंग के नाम पर 57 हजार रुपये आनलाइन ट्रांसफर करवा दिए। बाद में साइबर ठग ने वाट्सएप पर जो टिकट भेजा वह जांच में फर्जी पाया गया। पुलिस जांच में जुट गई है। इसलिए प्रशासन, पुलिस और सरकार ने कई माध्यमों से अधिकृत सरकारी बेबसाइटों पर ही हेली सेवा की बुकिंग की सलाह दी है या फिर उन विश्वसनीय साइटों के जरिए बुकिंग कराएं जिनसे आप हवाई या रेल मार्ग के लिए बुकिंग करते हैं।