एशिया के खतरनाक सांप ने एक गांव की उड़ाई नींद

बहादराबाद ब्लाक के टिक्कमपुर की घटना
वन कर्मियों पर पकड़ने के दौरान बोला हमला
नजर पड़ गई वरना घट जाती बड़ी घटना

दैनिक समाचार, हरिद्वार बहादराबाद ब्लाक के हरिद्वार-लक्सर रोड अंतर्गत टिक्कमपुर गांव में एशिया में पाए जाने वाले सर्वाधिक जहरीले सांपों में से एक के, गांव के एक घर में मिलने से हड़कंप मच गया। हरिद्वार वन विभाग अंतर्गत लक्सर वन क्षेत्र की टीम जब सांप को पकड़ने गई तो उसने वन कर्मियों पर हमला बोला पर अलर्ट वन कर्मियों ने अपना बचाव करते हुए करीब 20 से 25 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद सांप को पकड़ लिया। वन विभाग ने इसे एशिया के छह सबसे जहरीले सांपों में से तीन नंबर पर आने वाली प्रजाति का सांप रसेल वाइपर बताया। सांप के पकड़े जाने के बाद परिवार के लोग और गांव वालों ने राहत की सांस ली है। सांप संरक्षित श्रेणी में शामिल है इसलिए उसे सुरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ दिया गया है।
बहादराबाद ब्लाक अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय टिक्कमपुर में भोजन माता बाला देवी की बेटी सीमा जो उनके घर के पड़ोस में ही रहती है ने घर में सांप होने की जानकारी दी। भोजन माता बाला देवी ने अपनी बहू पूनम को ये बात बताई। सुबह सात बजे के करीब सीमा और परिवार के सदस्यों ने सांप को घर से निकालने की कवायद की लेकिन सांप टस से मस नहीं हुआ और घर के एक हिस्से में ​छिप गया। प्राथमिक विद्यालय की भोजना माता बाला देवी और उनकी बहू पूनम ने स्कूल की प्रभारी भावना कुकरेती को गांव के घर में सांप की जानकारी दी। प्राथमिक विद्यालय की प्रभारी ने लक्सर वन विभाग के टिक्कमपुर क्षेत्र के वन प्रभारी देवेन्द्र को फोन से सूचना दी। सांप की जानकारी लेने के बाद उन्होंने हिदायत दी कि ये सांप बेहद जहरीला हो सकता है कोई आसपास नहीं जाएगा और उन्होंने फौरन वन आरक्षी कविन्द्र सिंह, शिव कुमार, सत्येन्द्र कुमार आदि को भेजा। वन विभाग की टीम ने जैसे ही सांप को पकड़ने की कोशिश की उसने तेज फुफकार मारते हुए हमला बोला, वन कर्मी अलर्ट थे। काफी देर की मशक्कत के बाद आखिरकार सांप को पकड़ा गया और सुर​क्षित वन क्षेत्र में छोड़ दिया गया। घर वाले और गांव के लोगों ने राहत की सांस ली। टिक्कमपुर वन क्षेत्र के प्रभारी देवेन्द्र ने बताया कि पकड़ा गया सांप रसेल वाइपर है। जो बेहद गुस्सैल और बिजली की तेजी से हमला करता है। बताया कि यह सांपों की बेहद जहरीले प्रजाति में से एक है।

अजगर के धोखे में कईयों की गई है जान
रसेल वाइपर अजगर से काफी मिलता-जुलता सांप है। जिसकी वजह से अक्सर खेतों में काम करने वाले किसान इसके शिकार होते हैं। वे इसे अजगर समझ लेते हैं। भारत में सबसे ज्यादा सांप काटने से मौत के लिए इसी सांप को जिम्मेदार माना जाता है क्योंकि यह कई राज्यों में मिलता है। एक अनुमान के मुताबिक हर वर्ष करीब 25 हजार लोग इसके शिकार होते हैं। यह भारत, चीन और दक्षिण पूर्व एशिया इलाकों में सबसे ज्यादा संख्या में पाया जाता है। यदि भारत के प्रांतों की बात करें तो गंगा और यमुना से लगते राज्यों जैसे उत्तराखंड, यूपी इसके अलावा पंजाब, कर्नाटक, बंगाल, बिहार आदि में इसकी मौजूदगी सबसे अधिक है।

एक बार में 46 लोगों के मारने के बराबर छोड़ता है जहर
भारत में सांपों की करीब 270 प्रजातियां हैं। इनमें केवल 50 प्रजातियां ही जहरीले होते हैंए इनमें भी सिर्फ 15 बेहद जहरीले श्रेणी में आते हैं लेकिन रसेल वाइपर इन्हीं 15 जहरीले श्रेणियों में आता है। जानकारों के मुताबिक रसेल वाइपर एक बार में 120 से 125 मिलीग्राम तक जहर छोड़ता है, जो 46 लोगों को मौत के घाट उतार सकता है। रसेल वाइपर हेमोटोक्सिन जहर यानि रक्त को जमा देने वाला जहर छोड़ता है। जिससे शरीर के अंदर की रक्त नालिका सूजने के बाद फट जाती है और व्यक्ति की मौत हो जाती है।

पांच फीट दूर से बना सकता है शिकार
यदि आपके आसपास इस तरह का सांप निकले तो उसके करीब जाने की कतई कोशिश नहीं करें। जानकार बताते हैं कि गुस्से में रसेल वाइपर बिजली की तेजी की तरह पांच फीट दूर से आप पर हमला बोल सकता है। यही वजह है कि सबसे अधिक भारत में इंसानों को मौत के घाट उतारने वाले एशिया के छह सबसे खतरनाक सांपों में ये तीसरे नंबर पर है। जहां तक इसके प्रजनन की बात है तो यह ऐसा सांप है जिसकी मादा अंडे नहीं देती बल्कि बच्चे को जन्म देती है। जो अमूमन छह इंच के होते हैं और एक बार में तीस बच्चे को मादा जन्म दे सकती है। इसलिए भारत के कई राज्यों में इनकी तादाद काफी है।

सर्दियों में रसेल वाइपर रहता है बेहद सक्रिय
धान, गेंहू, घास, घर में दरार, जंगल के करीब रहने वालों को बेहद सावधान रहना चाहिए। ये सांप सर्दियों में बहुत सक्रिय होता है और इस क्षेत्र में इसका मिलना बेहद कॉमन है। गर्मी के दिनों में ये ठंडी जगहों की तलाश में ठिकाना ढूंढ कर कई दिनों तक आसपास रह सकता है पर सर्दियों में इसकी सक्रियता खेत-खलिहान, घर आदि में काफी होती है। इसलिए इन दिनों खास ध्यान रखने की जरूरत है।

गांव में कई बार देखा गया ये जहरीला सांप
गांव की बाला देवी, पूनम, सीमा आदि का कहना है कि जो सांप पकड़ा गया है। वो दो दिन पहले भी घर में घुसा था लेकिन आवाज करने पर वह भाग गया। गांव में ही किसी अन्य ग्रामीण ने भी सांप को देखा था। अब रसेल वाइपर पकड़ा तो गया है लेकिन गांव वालों को ये भी चिंता सता रही है कि गांव में कहीं रसेल वाइपर की और मौजूदगी तो नहीं है।

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