




विधानसभा अध्यक्ष ऋृतु खंडूड़ी की बातों में कितना दम, क्या वाकई मिलने वाला है उत्तराखंड को स्थाई राजधानी
23 साल से स्थाई राजधानी की बांट जोह रहे उत्तराखंड को लोकसभा चुनाव से पहले सरकार कर सकती है घोषणा
जनभावनाओं को वोट के रूप में तब्दील करने की सियासी मंशा पाले हुए है बीजेपी, सियासी वक्त पर करेगी ऐलान
नवीन पाण्डेय, देहरादून: उत्तराखंड की स्थाई राजधानी राज्य गठन के 23 साल बाद भी ‘स्थाई’ होने का मुंह ताक रही है। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ऋृतु खंडूड़ी की बातों पर यकीन करें तो स्थाई राजधानी का हल जल्द निकाल लिया जाएगा। गैरसैंण स्थाई राजधानी होगी। अबकी बजट सत्र भी गैरसैंण में होगा। इसकी पूरी तैयारी की जा रही है।
ऋृतु खंडूडी ने ये बातें अल्मोडा दौरे के दौरान कही है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि स्थाई राजधानी को लेकर सरकार गंभीर है। फिलहाल उत्तराखंड की दो राजधानियां हैं। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण है जबकि शीतकालीन राजधानी देहरादून है। चूंकि राज्य गठन के दौरान राज्य की मूल भावना पहाड़ों में राजधानी को लेकर थी। गैरसैंण के नाम पर राज्य गठन के दौरान उत्तराखंड की जन भावनाओं ने हामी भी भरी थी। लेकिन 23 साल बाद भी इस पर कोई एलान नहीं हुआ। इसलिए लगातार आवाज उठती रही कि गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने को लेकर सरकारें दिलचस्पी क्यों नहीं ले रही हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इस मामले में जनता की अदालत में कठघरे में घिरते रहे हैं। लेकिन राज्य गठन के बाद अस्थाई तौर पर देहरादून को ही राजधानी मान लिया गया।

इसका जब विरोध होने लगा तो बीजेपी की सरकार ने ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन को लेकर राज्य को दो राजधानियों में बांट दिया। लेकिन यहां की जन भावनाओं के मुताबिक पर्वतीय क्षेत्र में स्थाई राजधानी की घोषणा नहीं होने पर उनकी नाराजगी बनी रही। सियासी वायदे भी होते रहे लेकिन स्थाई राजधानी की घोषणा किसी सरकार ने नहीं की। हां, सरकारें ये जरूर कहती रही कि वे जनभावनाओं के मुताबिक पर्वतीय क्षेत्र को राजधानी बनाएंगी। अब चूंकि निकाय और लोकसभा का चुनाव नजदीक है। लिहाजा सियासी सूत्रों के मुताबिक इन जनभावनाओं को वोट के रूप में तब्दील करने को लेकर बीजेपी स्थाई राजधानी का दांव गैरसैंण को घोषित करके चल सकती है। फिलहाल इस बात को बल इसलिए भी मिल रहा है कि हालिया दौरे के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ऋृतु खंडूडी ने अल्मोड़ा में स्पष्ट किया कि गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाई जाएगी। बजट सत्र गैरसैंण में होने जा रहा है। बीजेपी की सरकार कटिबद्ध है।
विधानसभा में भर्ती की रिपोर्ट विधानसभा साइट पर हुई सार्वजनिक
विधानसभा में भर्ती को लेकर ऋृतु खंडूड़ी पर भी सवाल उठा था। इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष का ये कहना है कि कोटिया समिति की रिपोर्ट आ चुकी है। विधानसभा की साइट पर रिपोर्ट सार्वजनिक है। कोई भी इसे देख सकता है।