



ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन से लगते कई इलाकों में बनेगी टनल पार्किंग
मकसद ये है कि पर्यटक घूमने के साथ ही पार्किंग को लेकर फील गुड करें
पार्किंग की और संभावनाएं जिलों में तलाशने के निर्देश मुख्य सचिव ने दिए
दैनिक समाचार, देहरादून: प्रदेश में विकास की बयार को लेकर सरकार रेल और सड़क मार्ग पर काफी फोकस कर रही है। विकास की इस प्रगति में प्रदेश भर में टनल पार्किंग के लिए 26 जगहों को चिंहिृत किया गया है। जिन्हें बेहद खूबसूरत बनाने की योजना है। इस तरह से राज्य देश का पहला टनल पार्किंग वाला प्रदेश होगा।
मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु की मानें तो प्रदेश में बनने वाली टनल पार्किंग बेहद अहम होगी।मुख्य सचिव ने अधिकारियों से इस बाबत अपडेट लिया। पर्वतीय जनपदों में खूबसूरत पर्यटन स्थलों के आसपास छोटी-छोटी पार्किंग बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे और स्टेट हाइवे से लगे कम ढलान वाले क्षेत्रों में भी सर्फेस पार्किंग आदि की व्यवस्था की जाए। मुख्य सचिव का कहना था कि टनल और ऑटोमेटेड पार्किंग के लिए जिन स्थानों का चिन्हीकरण हो गया है उन्हें गतिशक्ति पोर्टल के माध्यम से पोर्टल बेस्ड मॉनिटरिंग की जाए।

उन्होंने प्रदेश में लगातार नए पार्किंग स्थल ढूंढ़ते रहने के भी निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि पार्किंग के लिए नए स्थलों का चिन्हीकरण एक लगातार प्रक्रिया के रूप में भविष्य में भी जारी रहना चाहिए। कहा कि किसी भी पार्किंग प्रोजेक्ट में किसी भी स्तर में आ रही समस्या के लिए सम्बन्धित अधिकारी या सचिव से लगातार सम्पर्क कर समस्या का निस्तारण किया जाए। उन्होंने पार्किंग प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा प्रत्येक सप्ताह की जाए। प्रदेश भर में कुल 26 स्थल टनल पार्किंग के लिए चयनित किए गए हैं। जिनका विभिन्न स्तरों में कार्य प्रगति पर है। इस दौरान सचिवालय में मुख्य सचिव के साथ अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु आदि उच्चाधिकारी भी मौजूद रहें।
कुछ ऐसा होगा टनल पार्किंग
प्रदेश में विकास को लेकर पर्यावरणीय संतुलन भी देखना बेहद अहम होता है। इसलिए सरकार इस ओर भी ध्यान दे रही है। फिलहाल टनल पार्किंग कुछ इस तरह से होगा कि एक टनल से गाड़ियां गुजरेंगी और दूसरी ओर पार्किंग की व्यवस्था होगी। टिहरी, पौड़ी सहित कुछ अन्य जनपदों में कार्य काफी प्रगति पर है।