



उत्तराखंड में चार मेडिकल कॉलेजों को मिली है मंजूरी
धीमे निर्माण पर कार्यदाई संस्थाओं को लगाई फटकार
स्पष्ट कहा, निर्माण समय पर नहीं होने पर कार्रवाई
दैनिक समाचार, देहरादून: अमूमन शांत और सरल दिखने वाले कैबिनेट मंत्री के गुस्से को देखकर मेडिकल कॉलेजों की कार्यदायी संस्थाओं के अफसरों के होश उड़ गए। कैबिनेट मंत्री ने यहां तक हिदायत दे दी कि नियत समय पर कार्य पूर्ण नहीं होने पर कार्रवाई तय है। हालांकि उन्होंने हरिद्वार मेडिकल कॉलेज की प्रगति पर संतोष जताया लेकिन तीन अन्य मेडिकल कॉलेजों की कार्यदायी संस्थाओं पर जमकर बरसे।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने यमुना कालोनी स्थित कैम्प कार्यालय में चार मेडिकल कॉलेजों में चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में मेडिकल कालेज अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, रुद्रपुर एवं हरिद्वार के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए डॉ. रावत ने कार्यदायी संस्था उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम एवं उत्तर प्रदेश निर्माण निगम के अधिकारियों को निर्माण कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुये जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को समय पर निर्माण कार्य पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिये। विभागीय मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इसके बाद भी अगर कार्यदायी संस्थाओं के कार्य में संतोषजनक प्रगति नहीं दिखी तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जायेगी। डॉ. रावत ने कहा कि हरिद्वार मेडिकल कालेज को छोड़कर अन्य तीन मेडिकल कालेजों की कार्य प्रगति संतोषजनक नहीं है, जबकि इन कार्यों के लिये धनराशि की कोई कमी नहीं है। भारत सरकार भी निर्माण कार्य समय पर पूर्ण करने के संबंध में पिछली बैठकों में निर्देश दे चुकी है।
बैठक में उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम के एमडी उदय राज सिंह, मुख्य महाप्रबंधक पेयजल निर्माण निगम ई. रजवार, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ.आशुतोष सयाना, मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर एमके पंत सहित विभागीय एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित रहे।