मां पूर्णागिरी के दर्शन कीजिए और फिर रोमांच में खो जाईए

अब भारत-नेपाल सीमा पर उठाईए साहसिक पर्यटन का रोमांच
टनकपुर के बूम से शारदा नदी तक 11 किलोमीटर की होगी राफ्टिंग
सितंबर माह में नेशनल राफ्टिंग प्रतियोगिता का होने जा रहा आयोजन
मुख्यमंत्री धामी ने साहसिक पर्यटन के लिए 50 लाख जारी किए
दैनिक समाचार, चंपावत/देहरादून: राज्य में साहसिक पर्यटन को लेकर मुख्यमंत्री बेहद दिलचस्पी ले रहे हैं। इसी कड़ी में सीएम ने भारत-नेपाल सीमा से लगते टनकपुर में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने को काफी संजीदा नजर आ रहे हैं। सूबे के मुखिया की मानें तो टनकपुर को राफ्टिंग के क्षेत्र में देश विदेश के नक्शे में लाने की कवायद शुरु कर चुके हैं। इसी के साथ यह घोषणा हुई कि टनकपुर क्षेत्र में सितंबर माह में नेशनल राफ्टिंग प्रतियोगिता का अयोजन होगा। जहां देश-विदेश के प्रतियोगी प्रतिभाग करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को टनकपुर में टनकपुर-जौलजीबी रोड स्थित चरण मंदिर से बूम तक महाकाली नदी (शारदा नदी) में लगभग 11 कि.मी. राफ्टिंग की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाली नदी एवं टनकपुर क्षेत्र भारत के साथ ही पूरे विश्व के नक्शे में आए इसके लिए राज्य सरकार लगातार कार्यरत है। उन्होंने कहा साहसिक खेल को बढ़ावा देकर हम इस क्षेत्र को एक नई पहचान दिलवाना चाहते हैं। सितंबर माह में महाकाली नदी में नेशनल राफ्टिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। जिसमें विभिन्न राज्य के प्रतिभागी भाग लेंगे। इसके लिए 50 लाख की धनराशि जारी की गई है। कहा राज्य सरकार के नए उत्तराखंड के संकल्प में साहसिक पर्यटन प्राथमिकता है। इसे बढ़ावा देने के लिए राज्य के विभिन्न स्थानों पर कई कार्य किया जा रहा है। सीएम ने जोड़ा कि मां पूर्णागिरि मंदिर में आने वाले श्रद्धालु तीर्थ यात्रा के साथ ही साहसिक गतिविधियों का भी आनंद ले सकेंगे। इससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा पूर्णागिरि मेले में आने वाले श्रद्धालु चंपावत एवं अन्य जिलों के धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों तक पहुंचे उस पर भी कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के साथ सांसद अजय टम्टा जिलाधिकारी नरेंद्र भंडारी आदि मौजूद रहें।

हॉट एयर बैलून भी पर्यटकों के लिए तैयार
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को टनकपुर पूर्णागिरि भ्रमण के दौरान किरोड़ा नाला, टनकपुर में पूर्णागिरि मेले के दौरान आयोजित हॉट एयर बैलून एवं पैरा मोटर एडवेंचर एक्टिविटीज का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने हॉट एयर बैलून एवं पैरामोटर के संबंध में विशेषज्ञों से जानकारी ली। उन्होंने जिला अधिकारी चंपावत को निर्देशित किया कि इस तरह की गतिविधियों को जिले के अन्य जगहों पर भी शुरू किया जाए। उन्होंने कहा जिले के अन्य स्थान जहां भी हॉट एयर बैलून एवं पैरामोटर स्पोर्ट्स को शुरू किया जा सकता है उन स्थानों को भी चिह्नित कर विकसित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हॉट एयर बैलून एवं पैरामोटर एडवेंचर एक्टिविटीज से क्षेत्र के युवाओं को भी जोड़ा जाए ताकि अधिक से अधिक युवा साहसिक गतिविधियों से जुड़ सकें और इस क्षेत्र में अपना स्वरोजगार अपना सकें।

पूर्णागिरी और टनकपुर को लेकर की कई बड़ी घोषणाएं
एक दिवसीय चंपावत दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को टनकपुर के ठुलीगाड़, पूर्णागिरी मार्ग में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए उत्तर भारत के प्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेले का शुभारंभ किया। उन्होंने पूजा अर्चना कर प्रदेश में सुख, शांति एवं खुशहाली की कामना की। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा करते हुए कहा कि ककराली गेट, टनकपुर से मां पूर्णागिरि धाम तक यात्रा मार्ग में विद्युत विभाग की ओर से स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। मां पूर्णागिरि धाम में लगने वाले मेले व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन के लिए मंदिर समिति को अनुदान दिया जाएगा। टनकपुर जौलजीबी मोटर मार्ग के बाटनागाड़ में पुल का निर्माण किए जाने, भैरव मंदिर में स्थाई पुलिस चौकी बनाए जाने, पूर्णागिरि क्षेत्र को इको टूरिज्म हब के रूप में विकसित किए जाने, टनकपुर शारदा नदी के तट पर कर्मशाला का निर्माण किए जाने, बनबसा में मुक्तिधाम का निर्माण किए जाने, बनबसा खटीमा सितारगंज होते हुए टनकपुर से राजस्थान खाटूश्याम के लिए बस सेवा शुरू किए जाने, चम्पावत पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए रात्रि में भी खोले जाने, राजकीय प्राथमिक विद्यालय भजनपुर में एक फ्लोर और चार अतिरिक्त कक्ष बनाये जाने, चंपावत में साइंस सेंटर का निर्माण किए जाने, श्री पूर्णागिरी मंदिर घाटी क्षेत्र में हेलीपैड का निर्माण किया जाने एवं आदि कैलाश, ओम पर्वत की यात्रा को जाते वक्त अल्मोड़ा से एवं चम्पावत के रास्ते यात्रा को वापस लाए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारखंड के मंदिरों को विकसित करने के साथ ही हम मानसखंड कॉरिडोर को भी विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जिसके अंतर्गत कुमांऊ के गोलज्यू मंदिर, पाताल भुवनेश्वर, कोट भ्रामरी, देवीधुरा, कैंचीधाम, बाल सुंदरी तथा मां पूर्णागिरि मंदिर सहित अनेक मंदिरों को चिह्नित किया गया है।

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