



डीएवी जगजीतपुर हरिद्वार में ‘समर्पण दिवस’ को लेकर सभी ने कस ली है पूरी कमर
आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा और डीएवी कालेज प्रबंधकत्री समिति की ओर से तैयारियां
महात्मा हंसराज के जन्मोत्सव के जरिए देश के कोने-कोने तक संदेश पहुंचाने की कोशिश
BY NAVEEN PANDEY
दैनिक समाचार, हरिद्वार: शिक्षा और वैदिक धर्म के क्षेत्र में देश ही नहीं दुनिया में अपनी पहचान रखने वाला डीएवी महात्मा हंसराज का पावन जन्मोत्सव 22 अप्रैल को भव्य तरीके से मनाने जा रहा है। यह आयोजन केवल जन्मोत्सव का नहीं है बल्कि वैदिक शिक्षा, धर्म और नैतिक शिक्षा के समावेश का बेजोड़ गठजोड़ होगा। देश भर में विशाल शाखाओं वाले डीएवी के करीब 1000 से भी अधिक की तादाद में विद्यार्थी वैदिक ज्ञान और नैतिक मूल्यों को सहेजते हुए अपनी प्रस्तुतियों से हरिद्वार को गदगद कर देंगे। कोशिश यही है कि इस ‘धरा’ से मजबूत वैदिक शिक्षा का अनुपम संदेश दुनिया तक पहुंचे। यहीं वजह है कि डीएवी हरिद्वार प्रबंधनतंत्र ने कार्यक्रम को लेकर पूरी जान फूंक दी है।
महात्मा हंसराज का जन्मोत्सव आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा और डीएवी कालेज प्रबंधकत्री समिति की ओर से किया जा रहा है। जन्मोत्सव समारोह आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा और डीएवी प्रबंधकत्री समिति नई दिल्ली की ओर से ‘समर्पण दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत डीएवी हरिद्वार जगजीतपुर को आयोजन का जिम्मा मिला है। आयोजन को भव्य और सफल बनाने को लेकर हरिद्वार जगजीतपुर डीएवी के प्रबंधतंत्र ने दिन-रात एक कर दिया है। कोशिश, यह है कि न केवल ये आयोजन सफल हो बल्कि धर्मनगरी की धरा से देश के कोने-कोने तक वैदिक शिक्षा, धर्म और नैतिक शिक्षा का ज्ञान और प्रकाशित हो।

कौन हैं महात्मा हंसराज
महात्मा हंसराज को महान शिक्षाविद, वेदों के सच्चे अनुयायी, डीएवी स्कूल के अडिग स्तंभ, प्रेरणा के पुंज और दयालु कहा जाए तो कतई गलत नहीं होगा। महात्मा हंसराज ने महर्षि दयानंद के स्मारक स्वरूप डीएवी अर्थात दयानंद एंग्लो वैदिक संस्था की ओर से एक जून 1886 को लाहौर में खोले गए पहले विद्यालय में जीवन भर अपनी सेवाएं देकर आय समाज की नींव मजबूत करने में महती योगदान दिया। वर्ष 1886 में रोपित किया गया डीएवी का वह छोटा बीज आज भारत वर्ष में 900 से अधिक शिक्षण संस्थानों के साथ शिक्षा के प्रचार-प्रसार में अग्रणी भूमिका का निर्वहन कर रहा है।

कौन कौन कर रहे हैं शिरकत
डीएवी जगजीतपुर स्कूल के प्रिंसिपल मनोज कपिल ने बताया कि समर्पण दिवस की मेजबानी करने का मौका मिलना हम सबके लिए गौरव की बात है। डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर में यह आयोजन 22 अप्रैल को अपराहृन पांच बजे से शुरू हो जाएगा। कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने और मुख्य संबोधन के रूप में आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा और डीएवी कालेज प्रबंध तंत्र समिति के प्रधान डॉ पूनम सूरी मौजूद रहेंगे। समारोह में गुरुकुल प्रभात आश्रम के कुलाधिपति स्वामी विवेकानंद सरस्वती का आशीर्वचन मिलेगा। उन्होंने बताया कि उप प्रधान आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा प्रबोध महाजन, डीएवी कालेज प्रबंधकत्री समिति के महासचिव अजय सूरी की भी गौरवमयी उपस्थिति रहेगी। इसके अलावा 1000 से अधिक बच्चे प्रस्तुतियां देंगे, जो दिन रात तैयारियों में जुटे हैं। स्कूल के समस्त स्टाफ भी कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए हर पल जुटे हुए हैं। कोशिश यही है कि ‘धर्मनगरी की धरा’ से एक सुंदर संदेश देश के कोने-कोने तक पहुंचे।