उत्तराखंड के किस शहर से जल्द ही हर शहर के लिए अब भरी जाएगी ‘उड़ान’

हास्पिटैलिटी और पर्यटन को लेकर सूबे की सरकार की बड़ी योजना
दैनिक समाचार, देहरादून: सूबे की सरकार हास्पिटैलिटी और टूरिज्म को लेकर बड़ी योजना पर काम करने जा रही है। इन योजनाओं को सफल तभी किया जा सकता है तब प्रदेश में कनेक्टिविटी बेहतर हो सके। इसी कड़ी में प्रदेश के जौलीग्रांट और पंतनगर एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की दिशा में कवायद तेज कर दी गई है। तैयारी यह है कि केन्द्र के सहयोग से एयर कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा सके और दूरस्थ क्षेत्रों को हैली सेवा से जोड़ा जा सके। एयर कनेक्टिविटी मजबूत करने के लिए प्रदेश से लगभग हर जगह के लिए उड़ान को लेकर तैयारी है। ये सारी कवायद पर्यटन की दृष्टि से संपूर्ण उत्तराखंड को एक डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में अहम सोच है।
देहरादून से देश के लगभग सभी शहरों को हवाई सेवा से जोडा जा रहा है। पिथौरागढ़ एयरपोर्ट का संचालन शीघ्र ही भारतीय वायु सेना द्वारा किया जायेगा। प्रदेश सरकार ने उत्तराखण्ड में एवियेशन टर्बो फ़्यूल (एटीएफ) में लगने वाले वेट को 20 से घटाकर 2 प्रतिशत किया गया है।
​मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में पर्यटन को लेकर राज्य में संभावनाएं और प्रयास को लेकर विस्तार से सरकार के विजन के बारे में अपनी बात रखी। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पर्यटन की दृष्टि से पूरा उत्तराखंड को ही एक डेस्टिनेशन बनाना चाहते हैं और इस ओर राज्य को विभिन्न सर्किटों के माध्यम से जोड़ने का प्रयास शुरु किया गया है।

पर्यटन नीति प्रदेश में है लागू, शत प्रतिशत सब्सिडी की है व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने पर्यटन प्रदेश की आर्थिकी का मजबूत आधार होने के नाते पर्यटन क्षेत्र से जुड़े उद्यमी हमारे ब्रांड अम्बेसडर है। प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये पर्यटन नीति बनायी गई है। पर्यटन के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिये कई योजनाओं में शत प्रतिशत सब्सिडी दिये जाने की व्यवस्था की गयी है। राज्य के नैसर्गिक प्राकृतिक सौंदर्य के कारण पर्यटन, उद्योग एवं व्यापार की यहां अपार संभावनाएं हैं।

सड़क, रेल और रोप-वे बदलेंगे प्रदेश की तस्वीर
प्रदेश में सड़क, रेल, स्वास्थ्य और रोप वे आदि की योजनाओं पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। केदारनाथ में 2013 की आपदा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केदारनाथ का भव्य एवं दिव्य पुनर्निर्माण कार्य इस वर्ष तक पूरा करने का लक्ष्य है। बद्रीनाथ धाम में भी मास्टर प्लान का कार्य तेजी से चल रहा है। हेमकुंड साहिब एवं गौरीकुंड से केदारनाथ तक के रोप-वे का शिलान्यास कर दिया है इससे आने वाले समय में यात्रा और सुगम होगी। ऑल वेदर रोड के निर्माण तथा ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाईन निर्माण से पहले के मुकाबले यात्री बेहद कम समय में ऋषिकेश से चार धाम पहुंचेंगे। देहरादून दिल्ली एक्सप्रेस वे से यह दूरी 2.30 घण्टे में पूरी होगी। इससे देहरादून मसूरी ऋषिकेश एवं हरिद्वार में पर्यटकों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत इस क्षेत्रों में महायोजना के साथ अवस्थापना सुविधाओं के विकास के साथ वाहनों के लिये पार्किंग की योजनाओं पर ध्यान दिया जा रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में टनल आधारित पार्किंग की सुविधायें विकसित की जा रही है।

अक्टूबर में राज्य में इनवेस्टमेंट समिट का प्रस्ताव, निवेशक होंगे आकर्षित
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में औद्योगिक विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। पर्यटन कृषि, उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सेवा क्षेत्रों में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए माह अक्टूबर 2023 में राज्य में इन्वेस्टमेंट समिट कराये जाने का प्रस्ताव है।

गढ़वाल और कुमाऊं के बीच सड़क कनेक्टिविटी बढ़ेगी, धार्मिक सक्रिट पर फोकस
केदारखण्ड की भांति मानसखंड मन्दिर माला मिशन योजना पर काम किया जा रहा है। इन्हें बेहतर सड़कों से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही इस योजना के ज़रिए गढ़वाल और कुमाऊं के बीच सड़क कनेक्टिविटी को भी सुधारा जाएगा, ताकि उत्तराखण्ड में गढ़वाल और कुमाऊं के बीच यातायात सुगम हो। प्रदेश के पांचवा धाम जागेश्वर धाम से जल्द ही इस योजना का शुभारम्भ किया जायेगा। राज्य सरकार का प्रयास है कि विभिन्न धार्मिक सर्किटों का विकास किया जाए। इसके तहत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आने वाले मुख्य मंदिरों को आपस में जोड़कर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।

बंशीधर तिवारी और सुशांत पटनायक को किया गया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने विभिन्न पर्यटन व्यवसायियों के साथ मीडिया से बेहतर समन्वय तथा जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी प्रचार प्रसार में योगदान के लिये महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी तथा वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान के लिये सुशांत पटनायक को भी सम्मानित किया।

होम स्टे और सीमांत टूरिज्म पर फोकस, मेडिकल टूरिज्म के दिशा में प्रयास
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देकर युवाओं को स्वरोजगार एवं रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। गांवों में होमस्टे तथा सीमांत टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है। टैक्सी ड्राइवर को पर्यटकों एवं यात्रियों से उनकी स्थानीय भाषा में बात करने के भी प्रयास किए जा रहे है। इससे भी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा । होटल व्यवसायियों से पहाड़ के गांवों को गोद लेकर पर्यटकों को ग्रामीण पर्यटन से जोड़ने में मददगार बनने को कहा। राज्य में 4600 होमस्टे संचालित है जिससे 16520 लोगों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। पर्यटन के विभिन्न स्वरूपों को बढ़ावा देने के साथ मेडिकल टूरिज्म की दिशा में प्रयास किये जा रहे है।

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