



19 मई वट सावित्री व्रत के दिन ही शनि जयंती का योग, ये नहीं जानते होंगे आप
व्रट सावित्री के दिन तीन महत्वपूर्ण योगों का हो रहा है निर्माण, करेंगे चमत्कार
बन रहा है तीन योग, ग्रह-नक्षत्र कर रहे हैं अर्से बाद 19 को महत्वपूर्ण परिवर्तन
इतना ही नहीं बदल रहे ग्रहों के चक्र के बीच बन रहा है इस दिन गज केसरी योग
BY NAVEEN PANDEY
दैनिक समाचार, हरिद्वार: 19 मई की तिथि याद कर लीजिए। इस दिन वट सावित्री का व्रत होगा, जो सामान्य तौर पर आप सभी जानते हैं लेकिन इस पावन दिन शनि जयंती भी होगी। जो बेहद शुभ होने जा रही है। सावित्री व्रत-शनि जयंती के दिन बेहद दुर्लभ योग बन रहा है। एक-दो नहीं कुल तीन महत्वपूर्ण योगों का निर्माण हो रहा है। जो जीवन में चली आ रही सभी परेशानियों को दूर कर देगा।
ज्येष्ठ मास कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि वट सावित्री व्रत व शनि जयंती के रूप में मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन माता सावित्री अपने पति को यमराज से छीनकर वापिस लाती थी और इसी दिन सूर्य पुत्र शनि देव का भी जन्म हुआ था।
इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां अखंड सुहाग की कामना के लिए व्रत रखती है तथा विधि पूर्वक बरगद के वृक्ष का पूजन करती हैं। लेकिन ज्योतिष की दृष्टि से यह पर्व अबकी बेहद महत्वपूर्ण होने जा रहा है क्योंकि अर्से बाद 19 मई को तीन महत्वपूर्ण योगों का निर्माण हो रहा है। जिसमें ‘शोभान योग’ बन रहा है। इसके साथ ही मेष राशि में देव गुरु वृहस्पति अपने मित्र चन्द्रमा के साथ मिलकर ‘गज केसरी’ योग में रहेंगे। साथ ही शनि महाराज स्वयं की राशि कुंभ में विराजमान रहकर ‘शश योग’ भी बनाएंगे। ग्रहों का ये संयोग वट सावित्री व्रत व शनि जयंती को और भी महत्वपूर्ण बना देता है। इस दिन किया जाने वाला व्रत पूजन व दान, शीघ्र ही फल देने वाला साबित हो सकता है।
व्रट सावित्री के दिन क्या करें
इस दिन सुविधा अनुसार बरगद व पीपल के वृक्ष जरुर लगाये
चींटियों को शक्कर में गोले का बुरादा मिलाकर खिलाएं
पीपल व वट वृक्ष पर धागा बांध कर परिक्रमा करें
यथा संभव जरुरतमंद व्यक्तियों को दान जरूर करें
जूता,छाता,शरबत,जल कलश,दाल चावल,अन्न का करें दान
19 मई को क्या ना करें
अपना व्यवहार इस दिन सबके साथ अच्छा रखें
तामसिक भोजन बिलकुल इस दिन नहीं करें
वाद विवाद से बचे, विवाद की हर संभावना को टाले

वट सावित्री व्रत के बारे में अमूमन हर महिलाएं जानती हैं। लेकिन इस दिन शनि जयंती है, ये कम लोगों को मालूम होगा। इस बार ग्रह-नक्षत्रों का जो बेहतरीन संयोग बन रहा है वह बेहद कम देखने को मिलता है। निश्चित तौर पर इस दिन किया हुआ व्रत, जीवन के कई संकट और समस्याओं को दूर करने वाला होगा। परिवार में सुख-शांति होगी। धन-संपदा का आगमन होगा। समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
राहुल अग्रवाल, ज्योतिषाचार्य।