राजाजी के वेस्टर्न जोन में बढ़ा बाघों का कुनबा, बाड़े से जंगल में छोड़ी गई ‘टाइगरेस’

राजाजी के मोतीचूर रेंज में अब तीन बाघों की मौजूदगी, कार्बेट से लाए गए हैं सभी बाघ
फिलहाल एक बाघ और दो बाघिन की मौजूदगी, बाघों का कुनबा बढ़ाने की है राजाजी की आस
केन्द्रीय मंत्री और सीएम उत्साहित, दो बाघ और राजाजी टाइगर रिजर्व के इस जोन में आएंगे जल्द


दैनिक समाचार, देहरादून/हरिद्वार: राजाजी टाइगर रिजर्व के ईस्टर्न जोन मोतीचूर में बाघों का कुनबा बढ़ने लगा है। कार्बेट टाइगर रिजर्व से लाई गई बाघिन को केन्द्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री वन, एनटीसीए के सदस्य सहित वनाधिकारियों की मौजूदगी में बाडे में मोतीचूर रेंज में मौजद बाघिन को जंगल में छोड़ा गया। बाघिन पूरी तरह से स्वस्थ बताई गई है।
राजाजी टाइगर रिजर्व की मोतीचूर रेंज में जिम कॉर्बेट पार्क से लाई गयी बाघिन को मोतीचूर रेंज में छोड़ा गया। इस दौरान केन्द्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र याइद बताते चलें कि बाघिन को पिछले सोमवार रात कार्बेट पार्क से मोतीचूर रेंज लाया गया था। यहां उसे बाड़े में रखा गया। उसकी गतिविधियों को मॉनिटर किया गया। चिकित्सकों ने उसका सेहत की हर पल जांच की। केन्द्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री वन सुबोध उनियाल सहित वनाधिकारियों की मौजूदगी में बाघिन को बाड़े से जंगल में छोड़ा गया। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री सहित वनाधिकारियों ने मोतीचूर रेंज का जायजा भी लिया। पार्क निदेशक साकेत बडोला ने बताया कि बाघिन का व्यवहार सामान्य है। बाघिन को रेडियो कालर लगाया गया है जिससे उसकी हर गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। निदेशक साकेत बडोला ने बताया कि जिम कार्बेट पार्क से लाई गई बाघिन को शनिवार को राजाजी की मोतीचूर रेंज के जंगल में छोड़ा गया।

दो और बाघों को मोतीचूर लाने की है तैयारी
राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिम जोन यानि मोतीचूर रेंज में बाघों का कुनबा बसाने और बढ़ाने की योजना पर काफी समय से काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में कार्बेट से बाघ और बाघिन को पहले ही शिफृट किया जा चुका है। शनिवार को एक और बाघिन को कार्बेट से लाकर छोड़ा गया है। दो और बाघों को जल्द लाया जाएगा ताकि ये क्षेत्र भी पूर्वी यानि चीला रेंज की तरह बाघों की दहाड़ से गूंज उठे। बता दें कि इससे पहले 24 दिसंबर 2020 को एक बाघ और नौ जनवरी 2021 को एक बाघिन को मोतीचूर रेंज लाया गया था।

पर्यटन हब बनाने की होगी कोशिश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राजाजी नेशनल पार्क का यह क्षेत्र पर्यटन हब बने, लोग यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने आएं, इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। आज राजाजी नेशनल पार्क के मोतीचूर रेंज में एक बाघिन को छोड़ा गया है। इकोलॉजी और इकोनॉमी में संतुलन बनाए रखने एवं पर्यावरण के संरक्षण और संवर्द्धन की दिशा में निरंतर कार्य किए जा रहे हैं।

बाघिन पर ऐसे रहेगी नजर
बाघिन को रेडियो कॉलर किया गया है। जिसके माध्यम से हर घंटे बाघिन की लोकेशन मिलती रहेगी। एक टीम को भी बाघिन के मूवमेंट पर नजर रखने को तैनात किया गया है।

मौजूदगी इनकी रही
केन्द्रीय और पर्यावरण मंत्रालय के निदेशक वन सीपी गोयल, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के सदस्य सचिव डॉ. एसपी यादव, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, हॉफ अनूप मलिक, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक समीर सिन्हा, अपर प्रमुख वन संरक्षक जीएस पाण्डेय, पार्क निदेशक साकेत बडोला, मोतीचूर रेंजर आलोकी, रेंजर प्रमोद ध्यानी, महेन्द्र गिरी गोस्वामी आदि मौजूद रहें।

 

 

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