कहां बरामद हुई शिकारियों-तस्करों से बाघ की अब तक की सबसे बड़ी खाल

एसटीएफ और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में दबोचे गए चार तस्कर
11 फीट लंबी है बाघ की खाल, 15 किलो हडिृडयां भी हुई है बरामद
शिकार को लेकर एसटीफ और वन विभाग की टीम कर रही है पूछताछ

दैनिक समाचार, देहरादून: उत्तराखंड में अब तक की सबसे बड़ी बाघ की खाल के साथ चार वन्‍य तस्‍करों को गिरफ्तार किया गया है। बाघ की खाल की लंबाई लंबाई 11 फीट है। तस्करों के पास से बाघ की हडिृडयां भी बरामद हुई है। बाघ का शिकार कहां गया और खाल किससे लेकर आए इस बाबत एसटीएफ जानकारी जुटा रही है। यह कार्रवाई एसटीएफ एवं वन विभाग की संयुक्त टीम ने की है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि कुमाऊं में वन्य जीवों के शिकारी और तस्कर सक्रिय हैं। किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले हैं। एसटीएफ ने कुमाऊं एसटीएफ और वन विभाग को अलर्ट किया। बताया जाता है कि शनिवार रात को सूचना मिली कि बोलेरो में सवार वन्यजीव तस्कर खटीमा की ओर आ रहे हैं। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए सीओ एसटीएफ सुमित पांडेय, निरीक्षक एमपी सिंह और वन विभाग के डिप्टी रेंजर कैलाश चंद्र तिवारी की अगुवाई में एसटीएफ और वन विभाग की टीम खटीमा पहुंची और चेकिंग अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान सफेद रंग की आ रही बोलेरो को रोकने का प्रयास किया तो चालक वाहन वापस मोड़ने लगा। 

शक होने पर टीम ने उनकी घेराबंदी कर खटीमा टोल प्लाजा के पास रोक लिया। वाहन की तलाशी लेने पर उसमें एक बाघ की खाल और 15 किलोग्राम बाघ की हड्डी बरामद हुई। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि पूछताछ में उन्होंने अपना नाम ग्राम बगीचा थाना धारचूला पिथौरागढ़ निवासी कृष्ण कुमार पुत्र वीर राम, ग्राम गोठी कालिका धारचूला पिथौरागढ़ निवासी गजेंद्र सिंह पुत्र भगत सिंह, संजय कुमार पुत्र नंदन राम और हरीश कुमार पुत्र शेर राम बताया।पूछताछ में चारों तस्करों ने बताया कि वह बाघ की खाल व हड्डी को काशीपुर निवासी एक व्यक्ति से लेकर लाए थे और उसे बेचने के लिए खटीमा ले जा रहे थे। बाद में पकड़े गए वन्य जीव तस्करों के विरुद्ध तराई पूर्वी वन प्रभाग खटीमा में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम में केस दर्ज कराया गया है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि एसटीएफ को पिछले कई दिनों से कुमाऊं के जंगलों में वन्यजीव-जंतुओं के अवैध शिकार की सूचनाएं मिल रही थी। इसके आधार पर कार्रवाई के लिए कुमाऊं यूनिट को लगाया गया था। एसटीएफ और वन विभाग की संयुक्त टीम ने बाघ की खाल और 15 किलो हड्डी के साथ पिथौरागढ़ जिले के चार वन्य जीव तस्करों को गिरफ्तार किया है। वह खाल और हड्डी काशीपुर से लेकर खटीमा की ओर जा रहे थे। बाद में वन विभाग ने चारों पर वन्य जीव अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।

कहां किया बाघ का शिकार, हो रही जांच, चल रही पूछताछ
निरीक्षक एसटीएफ एमपी सिंह ने बताया कि बरामद बाघ की खाल अब तक की सबसे बड़ी बाघ की खाल है। जिसकी लंबाई 11 फीट है। इतने बड़े बाघ का शिकार कहां किया गया है, इसकी जानकारी एसटीएफ जुटा रही है। बताया कि बाघ की खाल किससे लाए और किसे बेचने जा रहे थे, इसकी भी जानकारी जुटाकर जल्द कई और लोगों की भी गिरफ्तारी की जाएगी।

एसटीएफ कुमाऊं यूनिट को एसएसपी एसटीएफ ने दिया इनाम
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बाघ के खाल और हड्डी के साथ पकड़े गए चार तस्करों की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ कुमाऊं यूनिट को पांच हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है। टीम में निरीक्षक एमपी सिंह, एसआइ केजी मठपाल, एसआइ बृजभूषण गुरुरानी, कांस्टेबल महेंद्र गिरी, किशोर कुमार, दुर्गा सिंह पापड़ा, गुरवंत सिंह, संजय कुमार शामिल है। जबकि वन विभाग की टीम में डिप्टी रेंजर कैलाश चंद्र तिवारी, प्रमोद सिंह बिष्ट, वन दरोगा पान सिंह मेहता, निर्मल रावत, उत्तम सिंह राना और कांस्टेबल जीत प्रकाश शामिल है।

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