दूल्हे ने वोट किया, फिर बारात लेकर दुल्हन लेने गया, हरिद्वार में कहां क्या स्थिति, हरदा नहीं डाल पाए वोट, देखें तस्वीरें

उत्तराखंड में दोपहर एक बजे तक देहरादून में पड़े 34.94 प्रतिशत वोट
हरिद्वार ग्रामीण में एक बजे तक सर्वाधिक मतदान, जबरदस्त मुकाबला
हरदा अपने विस लालकुंआ में होने से नहीं डाल सके वोट, दून में है वोटर

हरिद्वार जिले का विधानसभा वार प्रतिशत

दैनिक समाचार, देहरादून/हरिद्वार: उत्तराखंड में दोपहर एक बजे के बाद तक 35.21 प्रतिशत से अधिक मतदान हो चुका है। हरिद्वार में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत और कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। शायद, यही वजह है कि हरिद्वार जिले में अब तक सर्वाधिक मतदान यहीं पर हो रहा है। वहीं, कीर्तिनगर में दुल्हे ने वोटिंग की फिर बारात लेकर गया। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपना वोट लालकुंआ में होने की वजह से नहीं डाल पाएं।

दूल्हे ने पहले डाला वोट फिर लेकर गया बारात
कीर्तिनगर में जाखी डागर बूथ पर दूल्हा अनिल सिंह महर पुत्र त्रिलोक सिंह महर ग्राम जाखी पिलखी डागर ने पहले वोट दिया। वोट डालने के बाद वह बारात लेकर गए।

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हरिद्वर और देहरादून में है दिव्यांग बूथ
चुनाव आयोग ने प्रदेश के छह बूथों को दिव्यांग बूथ बनाया है। इनमें देहरादून और हरिद्वार में दो-दो, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में एक-एक बूथ शामिल हैं। इन बूथों पर मतदान का काम कराने वाले सभी कर्मचारी दिव्यांग हैं। इसके अलावा प्रदेश में सभी सुविधाओं से युक्त 156 मॉडल बूथ बनाए गए हैं।

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पूर्व सीएम हरीश रावत नहीं कर पाए अपने वोट का इस्तेमाल
पूर्व सीएम हरीश रावत विधानसभा चुनाव 2022 में अपना वोट नहीं डाल पाए हैं। कांग्रेस के टिकट से लालकुआं विधानसभा सीट से चुनाव लड़ हरीश का वोट देहरादून में हैं, लेकिन वह मतदान 14 फरवरी के दिन अपने विधानसभा क्षेत्र में हैं। उन्होंने मतदाताओं से अपील की है कि वह वोट जरूरू दें।

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ईवीएम मशीन कम रोशनी में रखे जाने की शिकायत
टिहरी जिले में कई पोलिंग बूथों पर ईवीएम मशीन कम रोशनी में रखे जाने की बात आई सामने। कई बुजुर्गों ने बताया कि जहां मशीन रखी गई है, वहां कम उजाला होने से चुनाव चिन्ह साफ नहीं दिख पा रहा है। जिससे कई बुजुर्गों को मतदान करने में दिक्कत आ रही है।

हाईकोर्ट के एडवोकेट ललित मिगलानी
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