



वोट प्रतिशत से किसका सियासी जायका बिगड़ा, कर रहे ये आंकलन
मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्रियों पर सबकी निगाह

दैनिक समाचार, देहरादून/हरिद्वार: उत्तराखंड में बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। वोटिंग के जरिए ये संकेत मिल रहा है कि कईयों का सियासी गणित बिगड़ेगा तो कईयों की नैया पार होगी। फिलहाल दिग्गजों के साथ जनता भी चुनावी समीक्षा और आंकलन करने में जुट गई है।

उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक हरिद्वार नगर सीट से अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इनकी जीत और हार काफी मायने रखती है। प्रदेश अध्यक्ष और हरिद्वार नगर विधायक के तौर पर। मदन कौशिक का सियासी सफर परिणाम के बाद बड़ा ‘मूव’ ले सकता है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को ऋषिकेश में काफी मेहनत करनी पड़ी है। परिणाम उनके सियासी सफर को तय करेगा। वरिष्ठ और बुजुर्ग नेता मंत्री बंशीधर की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। राजनीतिक और अध्यात्म में पकड़ रखने वाले पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज चौबट्टाखाल की सियासत से निकल पाते हैं या उलझ जाते हैं, यह भी देखना अहम होगा।

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल नरेंद्र नगर से जनता के बीच थे। दस को परिणाम बताएगा कि उनके अनुभव और जुड़ाव का फायदा मिला या नहीं। संघर्षशील नेताओं में शुमार सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी मसूरी से चुनावी जंग में उतरे थे। वे जनता से पहले की तरह ही कनेक्ट थे या उनसे कुछ दूरी बन गई। ये भी तस्वीर दस को ही साफ होगी। बीजेपी की सरकार में धन सिंह रावत स्वास्थ्य मंत्री हैं। श्रीनगर से भाग्य आजमा रहे। धन सिंह रावत की नैया को लेकर इंतजार करना होगा। उत्तराखंड कैबिनेट में महिला मंत्री रेखा आर्य महिला-बाल विकास संभालती हैं। सोमेश्वर से उन्हें जनता का आशीर्वाद मिलने की उम्मीद है। सरकार की कैबिनेट में ग्राम्य विकास मंत्री और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बेहद करीब कहे जाने वाले स्वामी यतीश्वरानंद हरिद्वार ग्रामीण से पूर्व मुख्यमंत्री अनुपमा रावत के मुकाबले मैदान में हैं। जिस तरह से इस विधानसभा में चुनावी प्रतिशत तेजी से उछला है, वह कैबिनेट मंत्री के सियासी सफर को तय करेगा। बीजेपी के अलावा कांग्रेस के कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी चुनावी जीत और हार से जुड़ी है। प्रीतम सिंह नेता प्रतिपक्ष चकराता, हाल ही में बीजेपी का दामन छोड़कर आए यशपाल आर्य बाजपुर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल श्रीनगर, गोविंद सिंह कुंजवाल पूर्व विस अध्यक्ष जागेश्वर से जीत की आस लगाए हुए हैं।