




त्रिकोणीय मुकाबले वाले दलों में जो भी 20-25 सीटें हासिल करेगा सत्ता की चाभी उसके हाथ
‘आप’ ने मुख्यमंत्री के सामने पेश की है बड़ी चुनौती, हरीश के खिलाफ कांग्रेस की बागी खड़ी
छह सीटों पर मजबूती से लड़ती दिखी ‘आप’, बसपा सात और यूकेडी दो सीट पर मजबूत
BY NAVEEN PANDEY
देहरादून/हरिद्वार: उत्तराखंड विधानसभा की 70 सीटों में करीब 28 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला नजर आया है जबकि 02 सीटों पर मुकाबला चतुष्कोणीय बना रहा। 40 सीटों पर प्रत्याशियों के बीच सीधी टक्कर देखने को मिली। संकेत साफ है कि जिन सीटों पर विभिन्न दलों के प्रत्याशियों के बीच में त्रिकोणात्मक मुकाबले हो रहे हैं, उनमें से जो भी 20-25 सीटें जीतेगा, सरकार उसकी बनती हुई दिख रही है। भाजपा और कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला तो फिर बसपा, आप, उक्रांद और निर्दलीयों के हाथ में सत्ता की चाभी होगी। हैरानी की बात यह है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की खटीमा सीट पर पहली बार राज्य में दस्तक देने वाली पार्टी आम आदमी पार्टी ने चुनौती पेश की है जबकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लालकुंआ सीट पर कांग्रेस से बागी होकर चुनाव मैदान में निर्दलीय ने मुकाबला बेहद दिलचस्प बना दिया है। उत्तराखंड 2022 के चुनाव में कोटद्वार, डोईवाला, धर्मपुर, धनोल्टी, कर्णप्रयाग, रुद्रपुर और भीमताल सीट पर भारतीय जनता पार्टी से बागी हुए उम्मीदवारों ने कड़ी चुनौती पेश की है।कोटद्वार और धर्मपुर सीट पर पार्टी के बागियों ने मजबूत मुकाबला किया है और ये कोई भी समीकरण बदल सकते हैं। कांग्रेस भी पांच सीटों पर मुश्किल में हैं। कांग्रेस पांच सीटों पर भाजपा के साथ अपने बागियों से मुकाबले में है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की लालकुंआ हॉट सीट भी शामिल है। सियासी जानकार बताते हैं कि यहां कांग्रेस से बागी संध्या डालाकोटी ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिए बड़ी चुनौती पेश कर दी है।
यमुनोत्री में संजय डोभाल, रुद्रप्रयाग में पूर्व मंत्री मातवर सिंह कंडारी और घनसाली में भीमलाल आर्य कांग्रेस की राह में रोड़ा बन गए हैं। यमुनोत्री, घनसाली, रुद्रप्रयाग, रामनगर और लालकुंआ को लेकर कांग्रेस की चिंता बढ़ सकती है। पहली बार उत्तराखंड की राजनीति में दखल दे रही आम आदमी पार्टी ने कुछ जगहों पर त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया है। सियासत के जानकारों की मानें तो आम आदमी पार्टी छह सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला बना रही हैं। यहां आप के सीएम चेहरा कर्नल कोठियाल मैदान में हैं जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सीट पर भी आम आदमी पार्टी ने खुद को मुकाबले में खड़ा कर दिया है। गंगोत्री, नैनीताल, काशीपुर, बाजपुर, खटीमा, कपकोट में आप ने मजबूत लड़ाई लड़ी है।
उत्तराखंड आंदोलन से ताल्लुक रखने वाली पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल अबकी दो सीटों पर समीकरण बदलते दिख रही है। यूकेडी देवप्रयाग और द्वाराहाट में राष्ट्रीय दलों से सीधे मुकाबले में है। देवप्रयाग से दिवाकर भट्ट और द्वाराहाट से पुष्पेश त्रिपाठी चुनाव मैदान में हैं। बसपा की बात करें तो पूरे प्रदेश में करीब सात सीटों पर मुकाबले में बसपा नजर आती है। बहुजन समाज पार्टी हरिद्वार जिले की छह सीटों के साथ ही सितारगंज में नारायण पाल ने बहुजन समाज पार्टी को कड़ी मुकाबले में खड़ा किया हुआ है। टिहरी और खानपुर में भी दिलचस्प मुकाबला हुआ है। टिहरी में उत्तराखंड जन एकता पार्टी दिनेश धनै ने मुकाबले को त्रिकोणीय बनाया हुआ है। जबकि खानपुर में निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार ने भाजपा, कांग्रेस और बसपा के सामने कड़ी चुनौती पेश की है। यही वह सीट है जहां पर मुकाबला चतुष्कोणीय बना हुआ है। केदारनाथ में निर्दलीय कुलदीप रावत ने कांग्रेस और भाजपा को त्रिकोणीय मुकाबले में फंसाया है।
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