



दैनिक समाचार, हरिद्वार: धर्म संसद में हेट स्पीच को लेकर जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद रिहाई के बाद फिर सर्वानंद घाट पर पहुंच गए हैं। उन्होंने एलान किया कि जब तक वसीम रिजवी उर्फ जितेन्द्र नारायण त्यागी की रिहाई नहीं हो जाती तब तक वे गंगा के किनारे घाट पर बैठे रहेंगे। इस मामले में वे हरिद्वार सहित देश के संतों से संपर्क भी साध रहे हैं।

फाइल फोटो
बताते चलें कि धर्म संसद में हेट स्पीच के मामले में वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी, यति नरिसिंहानंद सहित कई संतों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। दिल्ली से लौटने के दौरान उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के बार्डर नारसन में पुलिस ने वसीम रिजवी को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया था लेकिन किसी अन्य संत की गिरफ्तार नहीं हुई थी। इसी बात को लेकर यति नरसिंहानंद सर्वानंद घाट पर संतों के साथ अन्न और जल छोड़कर धरने पर बैठ गए थे। उनकी मांग थी कि या तो वसीम रिजवी को छोड़ा जाए या फिर उन्हें भी गिरफ्तार किया जाए।

इसके बाद पुलिस ने एक अन्य मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद स्वामी यति नरसिंहानंद को गिरफ्तार किया। यति नरसिंहानंद की रिहाई हो गई है। रिहाई के बाद वे संतों के साथ फिर सर्वानंद घाट पर पहुंचे, जहां से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि वसीम रिजवी उर्फ जितेन्द्र नारायण त्यागी की रिहाई तक वे सर्वानंद घाट पर ही बैठेंगे। यहां यह बता देना जरूरी होगा कि हरिद्वार धर्म संसद का आयोजन 17 से 19 दिसंबर के बीच खड़खड़ी वेद निकेतन में आयोजित किया था।