



स्मार्ट सिटी को लेकर जिलाधिकारी ने की मंगलवार को बड़ी कार्रवाई
दैनिक समाचार, देहरादून: स्मार्ट सिटी में बरती जा रही लापरवाही से नाराज देहरादून के जिलाधिकारी और सीईओ स्मार्ट सिटी ने बड़ी कार्रवाई की है। जिलाधिकारी ने इधर स्मार्ट सिटी को लेकर सख्ती बरती तो उधर, अवैध खनन को लेकर चाबूक चला दिया। जिससे खनन माफिया में हड़कंप मच गया।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर लगातार लापरवाही बरती जा रही थी। शहर के बाशिंदों को भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। स्मार्ट सिटी के कार्य लोगों के लिए मुसीबत बन चुके थे। इसी बीच, जिलाधिकारी और सीईओ स्मार्ट सिटी आर राजेश कुमार ने प्रोजेक्ट से जुड़ी कंपनियों की ओर आंखें तरेर दी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को कर रही कंपनी गेल को नोटिस जारी किया गया है जबकि ब्रिज एंड रूफ के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
जिलाधिकारी ने संबंधित कम्पनियों को हिदायत दी थी कि निर्माण कार्य और प्रोजेक्ट को तय वक्त पर खत्म करना होगा। भूमिगत गैस पाइपलाईन के कार्यों में भी ख़ासी लापरवाही गेल कंपनी के कामकाज में पाई गई। स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने 17 फरवरी 2022 को ब्रिज एंड रूफ कम्पनी को राजपुर रोड पर गड्ढों की मरम्मत और डामरीकरण के निर्देश दिए थे लेकिन कंपनी ने तय डेडलाइन के तहत कार्य को पूरा नहीं किया। भूमिगत गैस पाइपलाईन के कार्यों में भी ख़ासी लापरवाही गेल कंपनी के कामकाज में पाई गई। गेल को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए सीईओ ने हिदायत दी है कि संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर वैधानिक कार्रवाई होगी।

अवैध खनन पर छापेमारी, कईयों पर कार्रवाई
देहरादून: जिलाधिकारी डॉ आर राजेश कुमार ने दूसरी बड़ी कार्रवाई अवैध खनन को लेकर की है। जनपद में अवैध खनन एवं परिवहन को लेकर मिल रही शिकायतों पर विकासनगर में टीम ने कार्रवाई की। विकासनगर तहसील क्षेत्र अंतर्गत खनन एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने 5060 टन मगरी जब्त करते हुए संबंधित फर्म पर सात लाख आठ हजार चार सौ रुपए जुर्माना लगाया है। छापेमारी के दौरान कंसल ब्रदर्स पर बिना अनुमति के 2068 टन खनन सामग्री पाई गई। जिस पर 289520 लाख का जुर्माना लगाया गया। उत्तराखंड भारत ई प्राइवेट लिमिटेड ने अपने प्लांट पर 2992 टन सामग्री बिना अनुमति के रखी गई थी। जिसे जब्त करते हुए पर 418880 जुर्माना लगाया गया।