




हरीश रावत ने फेसबुक और ट्विटर पर इसकी आशंका जाहिर करते हुए लिखा है कि क्या चुनाव आयोग और जिला निर्वाचन अधिकारी इस तथ्य का संज्ञान लेंगे कि हरिद्वार के अंदर स्ट्रांग रूम में लगे हुए सीसीटीवी. कैमरे तीन बार अभी तक बंद हो चुके हैं। लोगों को पुख्ता तौर पर संदेह है कि राज्य सरकार की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। इसलिए राज्य सरकार येन-केन प्राकरेण से चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है। कम से कम चुनाव की निष्पक्षता को और इस तरीके से स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी कैमरे बंद होने लग तो ये चिंता का विषय है। ये भी मान लिया जाय कि चलो एक बार संयोग होगा , मगर यह तीन-तीन बार सीसीटीवी कैमरे का बंद होनाबहुत गंभीर संदेह को पैदा करता है।