बेटियों ने पिता की झोली में डाली ‘जीत की सौगात’, कहीं पिता जीते तो बेटा हार गया

कोटद्वार से ऋतु खंडूडी ने दर्ज की जीत, पिता पूर्व मुख्यमंत्री भूवन चंद खंडूडी की है बेटी
हरिद्वार ग्रामीण से अनुपमा रावत जीतीं, पिता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की हैं बेटी

नवीन पाण्डेय, देहरादून/हरिद्वार: उत्तराखंड के चुनाव में दो बेटियों ने जीत दर्ज की है। ये वे बेटियां हैं, जिनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। एक बार मुख्यमंत्री रहते बीजेपी ने उन्हें ‘जरूरी’ बताया था लेकिन भितरघात से वे हार गए थे जबकि एक बेटी के पिता 2022 के चुनावी रण में हार गए हैं पर बेटी ने जीत से उनके हार के गम को कम करने का काम किया है।
हम बात कर रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री भूवन चंद खंडूडी की। जिनकी बेटी ऋतु खंडूडी को कोटद्वार सीट से चुनाव लड़ाया गया। पिता अस्वस्थ होने की वजह से सक्रिय राजनीति से कुछ दूर हैं हालांकि जिस वक्त उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया था और बीजेपी ने उन्हें ‘खंडूडी है जरूरी’ का नारा दिया था उस वक्त बीजेपी के ही शीर्ष नेता ने भितरघात करके उन्हें हराने का काम किया था। वर्ष 2012 में पूर्व सीएम भुवन चंद्र खंडूड़ी कोटद्वार विधानसभा सीट से चुनाव हार गए थे। अब बेटी ने अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री भूवन चंद खंडूडी को उसी कोटद्वार से जीत का तोहफा दिया है। दूसरी ओर, उत्तराखंड के जिस चुनावी रण में पिता यानि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पराजय मिली थी, उसी रण में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत ने पहली बार हरिद्वार ग्रामीण से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।

ऋतु खंडूड़ी ने पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी को हराया
वर्ष 2012 में पूर्व सीएम भुवन चंद्र खंडूड़ी इस सीट से चुनाव हार गए थे। उन्हें कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी ने हराया था। इस बार ऋतु खंडूड़ी ने कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी को पराजित कर पिता की हार का बदला लिया है। 2017 के चुनाव में कोटद्वार विधानसभा सीट पर भाजपा से पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने चुनाव जीता था, लेकिन चुनाव के ऐन वक्त पर कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों से पहले भाजपा ने हरक सिंह को पार्टी से बाह
का रास्ता दिखा दिया था।

पहली बार लड़ी अनुपमा और जीत की दर्ज
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत ने पहली बार हरिद्वार ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की है। इस बार कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा रावत ने कैबिनेट मंत्री स्वामी यीतश्वरानंद को मात दी है। स्वामी यतीश्वरानंद ने ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को बड़े अंतर से 2017 में हराया था।

पिता जीते, बेटा हारा
चुनाव से पहले भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने बाजपुर और उनके बेटे संजीव आर्य ने नैनीताल सीट से चुनाव लड़ा। कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने बाजपुर सीट से जीत हासिल की, जबकि उनके बेटे संजीव आर्य अपनी सीट नहीं बचा सके।

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