विभाग की कार्यशैली पर खड़े हो रहे सवाल, दोषियों को सजा देने निकला विभाग

-जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने साफ कर दिया है कि कारणों की जांच पड़ताल शुरू

-निजी अस्पताल में रेफर करने की जरूरत पड़े तो फौरन तैयार

-आखिर घटना से पहले क्यों नहीं जागता प्रशासन ये एक बड़ा सवाल है

दैनिक समाचार, हरिद्वार
हमेशा की तरह इस बार भी कुट्टू के आटे ने लोगों को अस्पताल पहुंचा दिया है। सिर्फ हरिद्वार में नवरात्र के पहले दिन कुट्टू का आटा खाने के बाद करीब 100 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसे में जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने साफ कर दिया है कि कारणों की जांच पड़ताल शुरू हो रही है। दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी। इससे पहले जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय व सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह बीमार हुए लोगों का हाल जानने जिला चिकित्सालय भी पहुंचे थे। यहां उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और अच्छे इलाज के निर्देश दिए। ये भी निर्देश दिए कि निजी अस्पताल में रेफर करने की जरूरत पड़े तो फौरन तैयार रहें। आदेश के तुरंत बाद सम्बंधित विभाग ऑफिस से संड़कों पर कुट्टू का सैंपल और लोगों कार्यवाही करने निकल पड़ा। आखिर घटना से पहले क्यों नहीं जागता प्रशासन ये एक बड़ा सवाल है। हरिद्वार के कई जगह कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से कई लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए हैं। सभी लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने कुट्टू का आटा खाने से बीमार हुए लोगों का हालचाल जाना। उन्होंने मरीजों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सभी मरीजों की स्थिति सामान्य है और ये सामान्य फूड प्वाइजनिंग की घटना है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत हरिद्वार में कुट्टू का आटा खाने से बीमार हुए लोगों से मिलने और उनका हालचाल जानने जिला चिकित्सालय और मेला चिकित्सालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती सभी रोगियों से बात की और उन्हें जल्द से जल्द स्वास्थ्य लाभ होने की बात कही। उन्होंने स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर पंकज पांडे से भी फोन पर बात की इस मामले में संलिप्त सभी लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

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