



-किन हालातों में हुई हाथी की मौत, शरीर पर कई जख्म भी मिले, पार्क प्रशासन मामले की जांच में जुटा
-आस पास गहनता से जांच करने के बाद प्रथम दृष्टया अंदाजा लगाया गया कि हाथियों के आपसी संघर्ष के दौरान इस हाथी की मौत हुई होगी
-घटनास्थल पर हाथियों के आपसी संघर्ष के निशान भी मौजूद हैं, हाथी के दांत समेत अन्य अंग सुरक्षित हैं
दैनिक समाचार, हरिद्वा/ऋषिकेश

राजाजी टाइगर रिजर्व की कुनाउं रेंज में एक नर हाथी का शव बरामद हुआ है। मौके पर दिख रहे हालातों से हाथी की मौत आपसी संघर्ष के दौरान होना प्रतीत हो रही है। रेंज अधिकारी ने मामले की सूचना पार्क प्रशासन को दे दी है। जिससे पार्क प्रशासन में हड़कंप मच गया है। प्रथम दृष्टया आपसी संघर्ष की वजह से हाथी की मौत प्रतीत हो रहा है। फिलहाल, पार्क प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है। हाथी का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी भी पार्क प्रशासन रहा है। जानकारी के मुताबिक, बुधवार सुबह राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की कुनाऊ रेंज में गश्त कर रहे वनकर्मियों को संदिग्ध हालत में एक नर हाथी का शव मिला। तत्काल उच्च अधिकारियों को हाथी का शव मिलने की जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही पार्क प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। आस पास गहनता से जांच करने के बाद प्रथम दृष्टया अंदाजा लगाया गया कि हाथियों के आपसी संघर्ष के दौरान इस हाथी की मौत हुई होगी। दाहिकारियों की मानें तो हाथी की उम्र करीब 30 वर्ष है। घटनास्थल पर हाथियों के आपसी संघर्ष के निशान भी मौजूद हैं। अधिकारीयों का कहना है कि हाथी के शरीर पर कई जख्म भी मिले हैं। हाथी के दांत समेत अन्य अंग सुरक्षित हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यालय से चिकित्सकों का दल हाथी के शव का पोस्टमार्टम करने के लिए निकल चुका है. पोस्टमार्टम के बाद आवश्यक कार्रवाई कर शव को जंगल में ही दफना दिया जाएगा। जबकि, मामले में जांच भी शुरू कर दी गई है।

वहीँ दूसरी और मोतीलाल बसोर और और पत्नी मोलिया बाई की मौके पर ही मौत हो गई है
शहडोल। शहडोल जिले के जयसिंह नगर अंतर्गत उत्तर वन मंल वन परिक्षेत्र अमझोर के शारदपुर व चितराँव गांव में नौ हाथियों का झुंड पिछले दो दिन से विचरण कर रहा है। मंगलवार सुबह हाथियों के इस झुंड ने चितराँव गांव के ग्रामीण पति-पत्नी को कुचल दिया। दोनों महुआ बीनने के लिए गए थे। उन्हें हाथियों के झुंड ने अपना शिकार बना लिया। मोतीलाल बसोर और और पत्नी मोलिया बाई की मौके पर ही मौत हो गई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिले के जयसिंघनगर वन परिक्षेत्र के बाँसा गाँव के किसान बल्ले सिंह कवर, उनकी पत्नी ललिता कवर और बहन बेबी सिंह सुबह लगभग 3 बजे महुआ बीनने जंगल गए थे। तभी जँगली हाथियों ने कुचल दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। इसके अलावा हाथियों ने बासा गांव के पास वेयरहाउस में रखी धान को भी नुकसान पहुंचाया है। इस घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस और वनविभाग का दल घटनास्थल पर पहुँचा। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। उत्पाती हाथियों को इस इलाके से दूर भगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।